
पति ने अपनी पत्नी की हत्या कर सव को बाड़ी में गड्ढा खोदकर किया दफन, थाना में पत्नी के गुम हो जाने की रिपोर्ट स्वयं कराया था दर्ज…. जानिए पुलिस ने कैसे सुलझाइए गुथी….
*⏺️ पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज, उमनि. एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में पत्नी की हत्या कर साक्ष्य छिपाने के मामले में आरोपी पति को किया गिरफ्तार,*
*⏺️ चौकी कोतबा थाना बागबहार के ग्राम नया कोकियाखार का मामला,*
*⏺️ आरोपी पति ने अपनी पत्नी की हत्या करने के उपरांत पत्नी के गुम हो जाने की रिपोर्ट स्वयं दर्ज कराया था,*
*⏺️ आरोपी ने स्वयं के बाड़ी में गढ्ढा खोदकर 10 दिन तक पत्नी की लाश को दफन कर दिया था,*
*⏺️ 10 दिवस पश्चात् शव को गढ्ढे से निकालकर पुवाल में ढककर जलाने के उपरांत अवशेष को पानी में फेंक दिया,*
*⏺️ आरोपी ने गुमराह करने हेतु मृतिका के पहने कपड़े को दूर जंगल में फेंक दिया था,*
*⏺️ पारिवारिक विवाद में आरोपी ने उक्त घटना को दिया था अंजाम,*
*⏺️ घटना का खुलासा करने में फारेंसिक एक्सपर्ट तथा डाॅग स्क्वायड की महत्वपूर्ण भूमिका,*
*⏺️ आरोपी संतोष कुमार पैंकरा के विरूद्ध चौकी कोतबा में धारा 302, 201, 203 भा.द.वि. का अपराध पंजीबद्ध।*
➡️घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि संतोष कुमार पैंकरा उम्र 52 साल निवासी नया कोकियाखार चैकी कोतबा थाना बागबहार ने दिनांक 22.03.2023 को चौकी में उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 19.03.2023 के प्रातः में इसकी 47 वर्षीय पत्नी अपने मायके जाने के लिये घर से निकली है, जो मायके नहीं पहूंची है, आस-पास के ग्राम, रिष्तेदारी में पता-तलाश किये कुछ पता नहीं चला। प्रार्थी की रिपोर्ट पर गुम इंसान दर्ज कर विवेचना में लिया गया। उक्त गुम इंसान की पता-तलाश दौरान परिजनों से पूछताछ करने पर पता चला कि गुमशुदा का विवाह संतोष कुमार पैंकरा से वर्ष 1985 में हुआ है एवं इसके 02 पुत्रियां हैं। गुमशुदा महिला का पुत्र नहीं होने से संतोष कुमार पैंकरा ने दूसरा विवाह किया है। विवाह के बाद से ही घरेलू बातों को लेकर संतोष कुमार पैंकरा अपनी पहली पत्नी को हमेषा लड़ाई-झगड़ा मारपीट किया करता था। दिनांक 20.03.2023 को संतोष कुमार पैंकरा अपने पहली पत्नी के मायके जाकर अपने साला को बताया कि उसकी दीदी दिनांक 19.03.2023 को अपने मायके जाने के लिये घर से निकली थी, जो नहीं आने पर आस-पास रिष्तेदारों में पता-तलाश किये पता नहीं चला। परिजनों द्वारा पता-तलाश करने के दौरान एक जंगल में संतोष कुमार पैंकरा के पत्नी की साड़ी एवं अन्य कपड़े मिले, तब संतोष कुमार पैंकरा की पुत्री ने उक्त कपड़े को पहचान लिया एवं उसे अपनी माॅं का होना बताया। संतोष पैंकरा द्वारा अपने परिजनों एवं पुत्री से पुलिस वाले डाॅग से सुंघायेंगें कहकर कपड़े को वहीं छोड़ दिया।
➡️विवेचना दौरान प्रकरण के संदेही संतोष कुमार पैंकरा को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर वह तरह-तरह की अलग-अलग बातें करता रहा, पुलिस द्वारा कड़ाई से पूछताछ किया गया तो उसने बताया कि दिनांक 18.03.2023 की रात्रि लगभग 10ः30 बजे घरेलू बातों को लेकर अपनी पत्नी से लड़ाई-झगड़ा एवं वाद-विवाद हुआ एवं वह बेरहमी से हाथ, मुक्का से कई बार अपनी पत्नी के पेट में वारकर हत्या कर दिया। मृतिका के शव को घर के पास बाड़ी में कुछ गढ्ढा खोदकर पैरा गादा एवं लकड़ी के ढेर में छिपाकर 10 दिनों तक रखा था तथा 10 दिवस पश्चात् छिपाकर रखे शव के उपर पैरा गादा व लकड़ी डालकर आग लगाकर जला दिया एवं हड्डी तथा अवशेष को नाला में फेंकना बताया। भ्रमित करने के लिये मृतिका के कपड़े को बहालजोर राखत नाम का जंगल में फेंक दिया, जिसे जप्त किया गया है। विवेचना में फारेंसिक एक्सपर्ट तथा डाॅग स्क्वायड की महत्वपूर्ण भूमिका रही। *आरोपी संतोष कुमार पैंकरा उम्र 52 साल निवासी नया कोकियाखार चौकी कोतबा* थाना बागबहार का कृत्य उपरोक्त धारा सदर का अपराध करना पाये जाने पर उसे दिनांक 26.04.2023 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
➡️प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपी को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी बागबहार उ.नि. बी.एन.शर्मा, स.उ.नि. नारायण प्रसाद साहू, आर. 568 राजेन्द्र रात्रे, आर. 475 फ्रांसिस बेक, आर. 28 आकाश कुजूर एवं अन्य स्टाॅफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
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